आजमगढ़ रौनापार सिर काटने से पहले खिलाया था जहर शव से न आए बदबू इसलिए दफनाते समय डाला नमक पिकअप चालक की हत्या का खुलासा, 2 गिरफ्तार; मुख्य हत्यारोपी फरार
आजमगढ़ रौनापार सिर काटने से पहले खिलाया था जहर शव से न आए बदबू इसलिए दफनाते समय डाला नमक पिकअप चालक की हत्या का खुलासा, 2 गिरफ्तार; मुख्य हत्यारोपी फरार
आजमगढ़ रौनापार सिर काटने से पहले खिलाया था जहर
शव से न आए बदबू इसलिए दफनाते समय डाला नमक
पिकअप चालक की हत्या का खुलासा, 2 गिरफ्तार; मुख्य हत्यारोपी फरार
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ के रौनापार थाना क्षेत्र में हुई चालक की हत्या के मामले का पुलिस ने सोमवार को खुलासा किया। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि घटना का मुख्य आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के पास से असलहे के साथ घटना में प्रयुक्त फावड़ा, पिकअप और एक बाइक भी बरामद की।
एसपी हेमराज मीना ने बताया कि महराजगंज जनपद के थाना श्यामदेऊरवा क्षेत्र के रुद्रपुर भलुही गांव निवासी कुलदीप सिंह पुत्र शैलेन्द्र कुमार सिंह ने जीयनपुर कोतवाली में तहरीर दिया था कि अज्ञात बदमाशों ने पिता शैलेन्द्र का अपहरण कर लिया गया है। इस तहरीर पर जीयनपुर पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 315/2024 अंतर्गत धारा 140(3) भारतीय न्याय सहिंता 2023 दर्ज कर लिया, जिसकी विवेचना एसआई जाफर खां द्वारा की जा रही थी। रविवार को थानाध्यक्ष विवेक कुमार पांडेय को सूचना मिली कि एक अपराधी, जिसके पास अवैध तमंचा है जो पेशेवर अपराधी है। दोहरीघाट की तरफ से लाटघाट की तरफ आ रहा है। पुलिस ने घराबंदी कर उसे लाटघाट के पास से पकड़ लिया। पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम रामछवि उर्फ छबिया निवासी नगरीपार थाना दोहरीघाट जनपद मऊ बताया। पुलिस ने उसके कब्जे से एक असलहा कारतूस, 920 रुपये नगद और एक मोबाइल बरामद किया। पुलिस ने बाइक का कागजात न दिखा पाने पर उसे भी सीज कर दिया।
पूछताछ में रामछवि ने बताया कि उसकी और शंकर निवासी हाजीपुर थाना रौनापार जनपद आजमगढ़ की मुलाकात 12 वर्ष पूर्व मऊ जेल में हुई थी। जेल से छूटने के बाद हम लोगों का एक-दूसरे के घर आना-जाना हो गया। शंकर के साथ उसका दोस्त छांगुर नाई निवासी मुहम्मदपुर थाना जीयनपुर जनपद आजमगढ़ भी साथ में आता था। हम लोग मिलकर लकड़ी कटवाने का काम करने लगे। लकड़ी को लाने व ले जाने में पिकअप वाहन किराए पर लेते थे। जिसका काफी किराया लगता था तो हम दोनों लोगों ने पिकअप वाहन की व्यवस्था के लिए फर्जी कागज तैयार करने की योजना बनाई।
01 जुलाई 2024 को शंकर ने गोरखपुर जाकर एक पिकअप गाड़ी एक हजार रुपये में बुक कराई और उसके चालक शैलेन्द्र सिंह से कहा कि फर्नीचर का सामान लाना है जब हमारी व्यवस्था हो जाएंगी तो हम आपसे सम्पर्क करेंगें। वह उसका मोबाइल नंबर लेकर आ गया। इसके बाद 03 जुलाई 2024 को हम लोगों ने शैलेन्द्र को गाड़ी सहित भाड़े पर ले जाने के लिए लाटघाट बुलाया। शाम को तीन से चार बजे के बीच वह पिकअप लेकर आ गया तो उससे बहाना बनाया गया कि फर्नीचर का सामान अभी तैयार नहीं है। कुछ देर लगेगा तब तक आप खाना-पीना कर लीजिए और वो राजधानी ढाबा लाटघाट पर कुछ खाने-पीने के लिए चला गया।
शाम को मोटर साइकिल से शंकर उसको लेकर रामपुर के पास मिला और कहा कि पिकअप गाड़ी पर बैठ जाओ और आगे आगे शंकर तथा पीछे मैं गाड़ी से शंकर के किराए के मकान रोहुआर पर पहुंचे। रामछवि ने बताया कि शंकर के मकान पर हमने चालक को जहरीला पदार्थ खिला दिया। जब वह अचेत हो गया तो हम दोनों ने फावड़े व बांका से उसकी कर्दन को काट दिया। मकान के पीछे हाते में गड्ढा खोदकर उसके धड़ को दफन कर दिया। शव से बदबू न आए इसलिए उसमें नमक भी डालकर ढक दिया। उसके सिर को शंकर लेकर मोटर साइकिल से कहीं दूसरी जगह चला गया था। जिसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
रामछवि ने बताया कि इसके बाद हम लोगों ने पिकअप पर फर्जी नंबर प्लेट कागजात के आधार पर लगा कर छांगुर नाई को दे दिया। गिरफ्तार आरोपी रामछवि की निशानदेही पर शंकर के किराए के मकान से शैलेंद्र का धड़ बरामद किया गया। लेकिन, शंकर नहीं मिला। इसके बाद रामछवि द्वारा बताए गए स्थान कल्याणपुर पुलिया के पास से दूसरे आरोपी छांगुर नाई को मोबाइल, पिकअप और फर्जी दस्तावेज के साथ गिरफ्तार किया गया। इस घटना में शामिल शंकर अभी फरार है।