खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे डोभी के खंड विकास अधिकारी जौनपुर चंदवक, जहां उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह सक्त निर्देशन है,की खंड विकास अधिकारी अपनेतैनाती के स्थान पर सरकार द्वारा प्रदत आवास पर निवास करेंगे, वही चंदवक के डोभी ब्लॉक पर नियुक्त, खंड विकास अधिकारी, शासनादेश से लेकर आज तक अपने निवास पर रहना तो दूर वहां बैठना तक गवारा नहीं समझा, इतना जरूर है की सफाई कर्मी प्रतिदिन उसकी सफाई में संलग्न रहता है ,जब शासनादेश आया तो क्षेत्रवासियों में यह देखकर खुशी की लहर दौड़ गई टूटी फूटी अवस्था में पहुंचे आवास की मरम्मत में कई लाख खर्च कर दिए गए, अगर खंड विकास अधिकारी को आवास में रहना ही नहीं था, तो इतने जनता के पैसों की बर्बादी क्यों, और सरकार के आदेश का महत्व क्या है, क्षेत्रीय लोग कहने पर मजबूर है,

खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे डोभी के खंड विकास अधिकारी

खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे डोभी के खंड विकास अधिकारी
जौनपुर चंदवक, जहां उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह सक्त निर्देशन है,की खंड विकास अधिकारी अपनेतैनाती के स्थान पर सरकार द्वारा प्रदत आवास पर निवास करेंगे, वही चंदवक के डोभी ब्लॉक पर नियुक्त, खंड विकास अधिकारी, शासनादेश से लेकर आज तक अपने निवास पर रहना तो दूर वहां बैठना तक गवारा नहीं समझा, इतना जरूर है की सफाई कर्मी प्रतिदिन उसकी सफाई में संलग्न रहता है ,जब शासनादेश आया तो क्षेत्रवासियों में यह देखकर खुशी की लहर दौड़ गई टूटी फूटी अवस्था में पहुंचे आवास की मरम्मत में कई लाख खर्च कर दिए गए, अगर खंड विकास अधिकारी को आवास में रहना ही नहीं था, तो इतने जनता के पैसों की बर्बादी क्यों, और सरकार के आदेश का महत्व क्या है, क्षेत्रीय लोग कहने पर मजबूर है, जब खंड विकास अधिकारी का यह हाल है, तो यहां रहने वाले अधीनस्थों का क्या हाल होगा वही सूत्रों की माने तो आवास पर रहने की बात तो दूर है ब्लॉक पर भी आने का कोई भी समय फिक्स नहीं है

जौनपुर चंदवक, जहां उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह सक्त निर्देशन है,की खंड विकास अधिकारी अपनेतैनाती के स्थान पर सरकार द्वारा प्रदत आवास पर निवास करेंगे, वही चंदवक के डोभी ब्लॉक पर नियुक्त, खंड विकास अधिकारी, शासनादेश से लेकर आज तक अपने निवास पर रहना तो दूर वहां बैठना तक गवारा नहीं समझा, इतना जरूर है की सफाई कर्मी प्रतिदिन उसकी सफाई में संलग्न रहता है ,जब शासनादेश आया तो क्षेत्रवासियों में यह देखकर खुशी की लहर दौड़ गई टूटी फूटी अवस्था में पहुंचे आवास की मरम्मत में कई लाख खर्च कर दिए गए, अगर खंड विकास अधिकारी को आवास में रहना ही नहीं था, तो इतने जनता के पैसों की बर्बादी क्यों, और सरकार के आदेश का महत्व क्या है, क्षेत्रीय लोग कहने पर मजबूर है, जब खंड विकास अधिकारी का यह हाल है, तो यहां रहने वाले अधीनस्थों का क्या हाल होगा वही सूत्रों की माने तो आवास पर रहने की बात तो दूर है ब्लॉक पर भी आने का कोई भी समय फिक्स नहीं है

क्रांति फाउंडेशन दूत न्यूज़ चैनल ब्यूरो चीफ जौनपुर प्रवीण कुमार गौतम व कैमरामैन अखिलेश उर्फ गोलू

 

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