शहरी टैरिफ के अनुसार करना होगा बिजली के बिल का भुगतान
*यूपी: नगरीय निकायों में शामिल ग्रामीण क्षेत्रों में अब मिलेगी ज्यादा बिजली*
उत्तर प्रदेश में नवसृजित नगरीय निकायों में शामिल ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही मौजूदा निकायों के सीमा विस्तार में आने वाले गांवों के निवासियों को अब शहरों-कस्बों की तरह ही ज्यादा बिजली मिलेगी। पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने नवसृजित निकायों में शामिल ऐसे सभी क्षेत्रों में नगरीय निकायों के लिए पहले से तय शेड्यूल के अनुसार बिजली की आपूर्ति बढ़ाने का आदेश कर दिया है जहां अवस्थापना सुविधाएं मौजूद हैं। शेष में अवस्थापना सुविधाएं बढ़ाने के लिए लगभग 790 करोड़ रुपये राज्य सरकार से मांगे गए हैं।
*साढ़े तीन घंटे तक बढ़ेगी बिजली की आपूर्ति*
अवस्थापना सुविधाएं होने के साथ ही सभी संबंधित क्षेत्र के निवासियों को भी ज्यादा बिजली मिलने लगेगी। नगरीय निकायों के तय शेड्यूल से साढ़े तीन घंटे तक बिजली की आपूर्ति बढ़ने के साथ ही वहां के निवासियों को शहरी क्षेत्र के टैरिफ के अनुसार बिजली का बिल भी अदा करना होगा। दरअसल, राज्य के ग्रामीण क्षेत्र में जहां अभी 18 घंटे बिजली आपूर्ति का शेड्यूल है,वहीं नगर पंचायत, नगरपालिका व तहसील मुख्यालयों में 21.30 घंटे, बुंदेलखंड में 20 घंटे और जिला मुख्यालयों सहित नगर निगमों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है।
*111 नगर पंचायतों का नए सिरे से हुआ है गठन*
राज्य सरकार ने पिछले पांच वर्षों के दौरान जहां 111 नगर पंचायतों का नए सिरे से गठन किया है वहीं 130 नगर पालिका परिषद से लेकर नगर निगमों की सीमा विस्तार करने हुए बड़ी संख्या में गांवों को उसमें शामिल किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने नवसृजित निकाय और सीमा विस्तार वाले सभी क्षेत्रों में निकायों के लिए तय रोस्टर शेड्यूल के अनुसार तत्काल प्रभाव से बिजली आपूर्ति करने के शनिवार को आदेश किए हैं। कारपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज ने बताया कि फिलहाल 73 निकायों के निवासियों को ग्रामीण के बजाय निकायों के शेड्यूल से बिजली मिलने लगी है।
शहरी टैरिफ के अनुसार करना होगा बिजली के बिल का भुगतान
अवस्थापना सुविधाओं के विकसित होते ही शेष निकायों में शामिल ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली की आपूर्ति बढ़ा दी जाएगी। अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि विद्युत नियामक आयोग की व्यवस्था के अनुसार निकाय क्षेत्र में शामिल ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादा बिजली आपूर्ति के साथ ही वहां के निवासियों को शहरी टैरिफ के अनुसार बिजली के बिल का भुगतान करना होगा। उल्लेखनीय है कि ग्रामीण क्षेत्र की बिजली दर जहां 3.35 रुपये यूनिट से शुरू होकर 5.50 रुपये यूनिट तक है वहीं शहरी क्षेत्र में 5.50 रुपये से 6.50 रुपये यूनिट बिजली की दर है।