31 मकानों पर चला बुलडोजर, दर्जनों लोग कड़ाके ठंड में आये खुले आसमान के नीचे
31 मकानों पर चला बुलडोजर,
दर्जनों लोग कड़ाके ठंड में आये खुले आसमान के नीचे,
जौनपुर। तलाब और भीटे पर बने दो दर्जन से अधिक पक्के व अस्थायी मकानों पर हाइकोर्ट के आदेश पर प्रशासन का बुलडोजर चल गया । 31 आशियाने ढहने से दर्जनों लोग इस कड़ाके के ठंड में खुले आसमान के नीचे आ गए है। पीले पंजे की गर्जना से पूरा इलाका दहल गया । उधर अपना आशियाना उजड़ता देख महिलाएं , बच्चे और पुरुषों का रो रोकर बुरा हाल हो गया ।
बरसठी ब्लाक के शहरमा गांव में हाईकोर्ट के आदेश पर तहसीलदार राम सुधार ने 31मकानो को जमीदोज कर दिया। मीरा पाल पत्नी तालुकदार पाल ग्राम सहरमा ने 4 साल पहले हाईकोर्ट में मुकदमा दर्ज करवाया था कि सहरमा गांव में भीटा पर बहुत से मकान बने हैं । कोर्ट ने सरकारी जमीन पर बने सभी आवासों को अवैध मानते हुए गिराने का आदेश दिया था ।
तहसीलदार भारी पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचकर तालाब के भीटे पर बने सभी मकान बुलडोजर से ध्वस्त करवान लगे । अपना सपनो का घर गिरते देख महिलाएं तहसीलदार के सामने पैरों पर गिरकर रो रो करके कुछ समय मांग रही हैं कि जाडें में कहां जाऊं लेकिन तहसीलदार राम सुधार मड़ियाहूं ने कहा कि समय सीमा समाप्त हो गई है अब हम कोई गुंजाइश नहीं दे सकते हैं।
इन लोगो के घरों पर चला बुलडोजर
बाबूलाल यादव, कलेन्दर पाल, निखिद्दीगौड, अनिलयादव,सुरेन्द्र यादव, मगरूगौड़,लालता यादव, आत्माराम यादव, मंन्साराम यादव, दमाराम यादव, बिजया यादव, लाल चन्द्र यादव, अम्रित लाल यादव, हरी लाल यादव,गिरजा यादव, मेवा लाल यादव आदि 31लोगो का मकान गिराया गया। बेचारी जनता बेबस होकर क्या करें पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने तालाब पर बने भीटे को पट्टा कर दिया था जिसे लोग मकान बना बैठे थे लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार भीटे पर बना मकान गिराया जा रहा है तो इसमें जनता की गलती नहीं बल्कि सरकार की ही गलती कहीं जाएगी जो पहले तालाब के भीटे को पट्टा किए थे।