आखिर कैसे मिलेगी जाम से मुक्ति,
आखिर कैसे मिलेगी जाम से मुक्ति,
प्राप्त समाचार के अनुसार चंदवक चौराहे से लेकर खुज्जी मोड़ तक लग रहे जाम की समस्या से अधिकारी कैसे मुक्ति पाएंगे, जानकारी के लिए बता दें, आजमगढ़ वाराणसी रोड का दोहरीकरण तो हुआ ,लेकिन सड़क किनारे जो पटरिया बनती थी, उसका निर्माण नहीं किया गया, पटरी का निर्माण ना होने के कारण क्षेत्रीय दुकानदार उस पर अपना आधिपत्य जमाए बैठे हैं, जिसके कारण आने जाने वाले वाहन अक्सर सड़क पर ही खड़े कर दिए जाने के कारण जाम लगना स्वाभाविक है, दूसरी सबसे बड़ी समस्या ट्रकों का आवागमन है, आवागमन सुचारू से चलता रहे ,इसके लिए चंदवक थाना क्षेत्र के बॉर्डर पर (दानगंज के पास व बजरडीहा मोड़ के पास) दो, दो, सिपाहियों की ड्यूटी लगाई जाती है ,आखिर इनकी ड्यूटी लगाने का मुख्य कारण क्या हो सकता है, यह तो थाना चंदवक ही बता सकता है ,जबकि दिन भर ओवरलोड ट्रकों का आवागमन बेखौफ जारी रहता है, अधिकतर जाम की समस्या इन्हीं ट्रकों की वजह से होती है ,जिसको लेकर प्रशासन कितना अलर्ट है यह कहा नहीं जा सकता, चंदवक क्षेत्र के लोग आए दिन जाम की समस्या से जूझ रहे हैं, पिकेट ड्यूटी पर तैनात सिपाही कुछ देर तो नजर आते हैं, परंतु कब यह पिकेट ड्यूटी छोड़कर चले जाते हैं, इसका पता ही नहीं चलता, जब इस संबंध में पिकेट ड्यूटी पर तैनात सिपाहियों से वार्तालाप की जाती है ,तो वह यह कहते दिखाई देते हैं ,पूरा चंदवक कस्बा की जिम्मेवारी हम लोगों की होती है, लिहाजा जब कोई समस्या क्षेत्र में आ जाती है, तब हम लोग पीकेट ड्यूटी छोड़कर उस समस्या के समाधान में लग जाते हैं, सिपाहियों की कमी के कारण ऐसा करना पड़ता है, परंतु विचारणीय प्रश्न यह है, कि यदि सिपाहियों की कमी है, तो फिर दोनों बॉर्डरो पर दो-दो सिपाही लगाने का क्या औचित्य है,क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी महोदय से मांग की है, सड़क किनारे पटरी का निर्माण कराने व अवैध कब्जा जमाए दुकानदारों से कब्जा मुक्त कराकर आवागमन सुचारू रूप से चलाने की व्यवस्था प्रदान करें,