वसूली लिस्ट पर उठते सवाल,
वसूली लिस्ट पर उठते सवाल,
चंदवक, जौनपुर,
चंदवक थाना द्वारा क्षेत्र में स्थित भाग, गाजा, शराब, बस स्टैंड की वसूली की लिस्ट एक बार पुनः वायरल हो गई है, जिसमें क्षेत्राधिकारी केराकत, को जांच दी गई है, जांच प्रक्रिया चल भी रही है, मुझे याद है, 2021 में भी आई,पी,एस, अनुराग ठाकुर द्वारा वसूली लिस्ट की कॉपी वायरल हुई थी, जिसमें क्या जांच की गई, या जांच का परिणाम क्या निकला, यह तो पुलिस विभाग ही जाने, अगर उसी समय इस पर अंकुश लगाया गया होता तो शायद चंदवक थाने की वसूली लिस्ट दोबारा वायरल नहीं होती, बहरहाल वसूली लिस्ट पर जांच प्रक्रिया चल रही है, इसका क्या परिणाम निकलेगा उस पर भी प्रश्नचिन्ह लगना स्वाभाविक है, जब से वसूली लिस्ट वायरल हुई है, तब से वसूली करने वाले सिपाही ही परेशान दिखाई दे रही हैं, आखिर उन सिपाहियों का दोष क्या है, इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने का साहस थाने के सिपाही में तो नहीं हो सकती, कहीं ना कहीं, इसमें उच्च अधिकारियों की संलिप्तता भी उजागर होती है, अब देखना है, इस जांच में गाज किस पर गिरती है, प्रकरण क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ हैं, लोग कहने पर मजबूर है,कि यही कार्य अगर जनता द्वारा की जाती तो अब तक उसके खिलाफ तमाम आईपीसी की धाराएं लगा दी गई होती, लोग पुलिस की कार्यवाही को संदिग्ध मानते हुए कहने पर मजबूर हैं, भाई यह पुलिस है, कुछ भी कर सकती है, इनके ऊपर प्रदेश सरकार भी नियंत्रण नहीं रख पा रही है, तो जनता की विषाद क्या है,