आजमगढ़ अबू सलेम को फर्जी पासपोर्ट मामले में 3 साल की सजा
आजमगढ़ अबू सलेम को फर्जी पासपोर्ट में 3 साल की सजा सीबीआई की विशेष कोर्ट ने सुनाया फैसला मुंबई बम ब्लास्ट केस में पहले ही मिल चुकी है आजीवन कारावास की सजा
आजमगढ़ अबू सलेम को फर्जी पासपोर्ट मामले में 3 साल की सजा
सीबीआई की विशेष कोर्ट ने सुनाया फैसला
मुंबई बम ब्लास्ट केस में पहले ही मिल चुकी है आजीवन कारावास की सजा
आजमगढ़ लखनऊ मुंबई बम ब्लास्ट केस में आजीवन कारावास की सजा काट रहे माफिया डॉन अबू सलेम को लखनऊ में सीबीआई कोर्ट ने फर्जी पासपोर्ट के मामले में 3 साल की सजा सुनाई है अबू सलेम के साथ उसके सहयोगी प्रवेश को भी इस मामले में सजा मिली है
मुंबई में 19 सौ 93 की सीरियल बम ब्लास्ट मामले के फरार अपराधी अबू सलेम को अक्टूबर 2002 में पुर्तगाल में गिरफ्तार किया गया है उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ के सरायमीर थाना क्षेत्र के निवासी अबू सलेम को नवंबर में भारत प्रत्याशी किया गया इसके बाद वह वहां से मुंबई जेल में है ही है पुर्तगाल से प्रत्यारोपण की शर्त के अनुसार उसको 25 वर्ष बाद जेल से रिहा किया जाना था इसके पहले भी उसको फर्जी पासपोर्ट के मामले में लखनऊ की सीबीआई कोर्ट ने 3 वर्ष कैद की सजा सुना दी है
अबू सलेम को उसके साथी परवेज आलम के साथ बीती 13 सितंबर को लखनऊ की सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया था नवी मुंबई की तलोजा जेल में से महाराष्ट्र पुलिस की कड़ी सुरक्षा से लाया गया था और फर्जी पासपोर्ट के मामले में अंतिम बहस की गई इसके बाद लखनऊ में सीबीआई के विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट समृद्धि मिश्रा ने बहुत निर्णय के लिए 27 सितंबर को तारीख तय की थी सीबीआई की विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट समृद्ध मिश्रा ने मंगलवार को अबू सलेम तथा प्रवेश आलम की फर्जी पासपोर्ट के मामले में तीन 3 वर्ष कैद की सजा सुना दी है अबू सलीम ने 1993 में अपना वह अपनी कथित पत्नी समीरा जुमानी का उचित दस्तावेज के आधार पर फर्जी नाम से पासपोर्ट बनवाया था 6 जुलाई 1993 को या पासपोर्ट प्राप्त किया गया था
सूत्रों के मुताबिक अबू सलीम में या पासपोर्ट परवेज आलम के माध्यम से बनवाया था उसने यह पासपोर्ट के लिए 19 जुलाई 1993 आजमगढ़ में आवेदन किया गया था
अबू सलेम आजमगढ़ जिले के सरायमीर गांव का निवासी है आबू सलीम के पिता वकील थे बचपन में पिता की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी इसके बाद वह मैकेनिक का काम करने लगा इस बीच इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी करने के बाद अबू सलेम ने घर छोड़ दिया था उसके बाद कभी लौट कर नहीं आया अबू सलेम ने मुंबई की में अपराध की दुनिया में कदम रखा और 1993 के मुंबई बम ब्लास्ट केस में दोषी था